“अपने
यार को क्या तोहफ़ा दूं
तुम्हारी इसी अदा पर क्या जवाब दूं
कोई अच्छा सा फूल होता तो
मंगवा ता माली से
जो खुद गुलाब है उसे क्या गुलाब दूं”
“तेरी निगाहों के ख्याल थे
तुम क्या जरूरत थी आजमाने की
यूं ही बेहोश पड़े हैं तेरी राहों में
क्या जरूरत थी अलग से मुस्कुराने की”
“ दोस्तों की दोस्ती में
हमारी रस बहुत है
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